Guru Gobind Singh Quotes In Hindi : गुरु गोबिन्द सिंह सिखों के दसवें और अंतिम गुरु थे। गुरु गोबिंद सिंह जी एक महान योद्धा, कवि, भक्त एवं आध्यात्मिक नेता थे। गुरु गोविन्द सिंह का जन्म 26 दिसम्बर 1666 को पटना में नौवें सिख गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी और माता गुजरी के घर हुआ था। गुरु गोविंद सिंह की मृत्यु 42 वर्ष की उम्र में 7 अक्टूबर 1708 को नांदेड़, महाराष्ट्र में हुई।
चिड़ियाँ नाल मैं बाज लड़ावाँ
गीदड़ां नुं मैं शेर बनावाँ
सवा लाख से एक लड़ावाँ
ताँ गोविंद सिंह नाम धरावाँ!!
1699 बैसाखी के दिन गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। गुरु गोबिंद सिंह जी ने कई बड़े सिख गुरुओं के महान उपदेशों को सिखों के पवित्र ग्रंथ, गुरु ग्रंथ साहिब में संकलित कर इसे पूरा किया था। सिख धर्म के लोगों के लिए गुरु ग्रंथ साहिब को सबसे पवित्र एवं गुरु का प्रतीक बनाया।
Guru Gobind Singh Quotes In Hindi -:
“बिना गुरु के किसी को भगवान का नाम नहीं मिला है।”
“अच्छे कर्मों से ही आप ईश्वर को पा सकते हैं। अच्छे कर्म करने वालों की ही ईश्वर मदद करता है।”
“काम में खूब मेहनत करनी चाहिए, काम को लेकर कोताही न बरतें।”
“दिन-रात, हमेशा ईश्वर का ध्यान करो।”
“मुझे उसका सेवक मानो और इसमें कोई संदेह मत रखो।”
“जब बाकी सभी तरीके विफल हो जाएं, तो हाथ में तलवार उठाना सही है।”
“आपने ब्रह्माण्ड की रचना की, आप ही सुख-दुःख के दाता हैं।”
“हर कोई उस सच्चे गुरु की जयजयकार और प्रशंसा करे जो हमें भगवान की भक्ति के खजाने तक ले गया है।”
“जब आप अपने अन्दर से अहंकार मिटा देंगे तभी आपको वास्तविक शांति प्राप्त होगी।”
“हे ईश्वर मुझे आशीर्वाद दें कि मैं कभी अच्छे कर्म करने में संकोच ना करूँ।”
“स्वार्थ ही अशुभ संकल्पों को जन्म देता है।”
Read More -: गुरु अर्जन देव के अनमोल विचार
गुरु गोबिंद सिंह के विचार
“सच्चे गुरु की सेवा करते हए स्थायी शांति प्राप्त होगी, जन्म और मृत्यु के कष्ट मिट जायेंगे।”
“इंसान से प्रेम करना ही, ईश्वर की सच्ची भक्ति है।”
“किसी की चुगली व निंदा नहीं करनी चाहिए. ईर्ष्या करने के बजाय मेहनत करें।”
“आप अपनी जवानी, जाति और कुल धर्म को लेकर कभी भी घमंडी ना बने उससे हमेशा बचे।”
“बिना नाम के कोई शांति नहीं है।”
“सत्कर्म कर्म के द्वारा, तुम्हे सच्चा गुरु मिलेगा, और उसके बाद प्रिय भगवान मिलेंगे, उनकी मधुर इच्छा से, तुम्हे उनकी दया का आशीर्वाद प्राप्त होगा।”
“अज्ञानी व्यक्ति पूरी तरह से अंधा है, वह मूल्यवान चीजों की कद्र नहीं करता है।”
“ये मित्र संगठित हैं, और फिर से अलग नहीं होंगे, उन्हें स्वयम सृजनकर्ता भगवान ने एक किया है।”
“नशे और तंबाकू का सेवन नहीं करना चाहिए।”
“मैं उन लोगों को पसंद करता हूँ जो सच्चाई के मार्ग पर चलते हैं।”
“ईश्वर स्वयं क्षमाकर्ता है।”
Read More -: भगवत गीता के विचार
गुरु गोबिंद सिंह के अनमोल वचन
“असहायों पर अपनी तलवार चलाने के लिए उतावले मत हो, अन्यथा विधाता तुम्हारा खून बहायेगा।”
“मेरी बात सुनो जो लोग दुसरे से प्रेम करते हैं वही लोग प्रभु को महसूस कर सकते हैं।”
“जो कोई भी मुझे भगवान कहे, वो नरक में चला जाए।”
“अगर आप केवल भविष्य के बारे में सोचते रहेंगे तो वर्तमान भी खो देंगे।”
“गुरुबानी को कंठस्थ कर लें।”
“जवानी, जाति और कुल धर्म को लेकर कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए।”
“हमेशा अपने दुश्मन से लड़ने से पहले साम, दाम, दंड और भेद का सहारा लें और अंत में ही आमने-सामने के युद्ध में पड़ें।”
“अपनी जीविका ईमानदारीपूर्वक काम करते हुए चलाएं।”
“खुद को सुरक्षित रखने के लिए शारीरिक सौष्ठव, हथियार चलाने और घुड़सवारी का अभ्यास जरूर करें।”
“मृत्यु के शहर में, उन्हें बाँध कर पीटा जाता है, और कोई उनकी प्रार्थना नहीं सुनता है।”
Famous Quotes Of Guru Gobind Singh In Hindi
“सबसे महान सुख और स्थायी शांति तब प्राप्त होती है जब कोई अपने भीतर से स्वार्थ को समाप्त कर देता है।”
“मैं उस गुरु के लिए न्योछावर हूँ, जो भगवान के उपदेशों का पाठ करता है।”
“विदेशी, दुखी, विकलांग और जरूरतमंद की मदद करनी चाहिए।”
“जो लोग भगवान के नाम पर ध्यान करते हैं, वे सभी शांति और सुख प्राप्त करते हैं।”
“आप स्वयं ही स्वयं हैं, अपने स्वयं ही सृष्टि का सृजन किया है।”
“ईश्वर ने हमें जन्म दिया है ताकि हम संसार में अच्छे काम करें और बुराई को दूर करें।”
“अपने सारे वादों पर खरा उतरने की कोशिश करें।”
“भगवान स्वयं उनके मार्ग बनाते हैं जो लोग अच्छाई का कर्म करते हैं।”
“सेवक नानक भगवान के दास हैं, अपनी कृपा से, भगवान उनका सम्मान सुरक्षित रखते हैं।”
“भगवान के नाम के अलावा कोई मित्र नहीं है, भगवान के विनम्र सेवक इसी का चिंतन करते और इसी को देखते हैं।”